जींद-खनौरी बॉर्डर पर एक और किसान की मौत; 2 दिन पहले यहीं पर युवा किसान शुभकरण की जान गई, पुलिस के साथ हुआ था टकराव
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Khanauri Border Farmer Death: पंजाब-हरियाणा के शंभू और जींद-खनौरी बॉर्डर पर किसानों का प्रदर्शन लगातार जारी है। किसान अपनी मांगों को लेकर दिल्ली जाने के लिए डटे हुए हैं। किसान जब आगे बढ़ते हैं तो बार्डर पर तैनात हरियाणा पुलिस और पैरामिलिट्री के सुरक्षाकर्मियों के साथ उनका टकराव होता है। प्रदर्शन के दौरान किसानों की जान भी जा रही है। अब जींद-खनौरी बॉर्डर पर से एक और किसान की मौत होने की खबर सामने आई है।
बताया जा रहा है कि, किसान की अचानक तबीयत बिगड़ने से जान गई है। किसान की पहचान बठिंडा के दर्शन सिंह (62) के रूप में हुई है। दर्शन सिंह से पहले शुभकरण और 2 अन्य किसानों की जान जा चुकी है। यानि प्रदर्शन में अब तक कुल 4 किसान अपनी जान गवां चुके हैं।
सरवन सिंह पंढेर ने कहा- चौथे किसान ने शहादत दी
किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा, दर्शन सिंह हमारे प्रदर्शन के चौथे शहीद हैं। वह वह खनौरी बॉर्डर पर प्रदर्शन में शामिल थे। लेकिन उन्हें अचानक दिल का दौरा पड़ा और उनकी शहादत हो गई। पंढेर ने कहा, दर्शन सिंह को भी पिछले तीन शहीदों के समान ही मुआवजा और उनके परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि पहले प्रत्येक शहीद को मुआवजे के रूप में 5 लाख रुपये प्रदान किए गए हैं।
2 दिन पहले यहीं पर युवा किसान शुभकरण की जान गई
21 जनवरी को जींद के दाता सिंह-खनौरी बॉर्डर पर हालात काफी तनावपूर्ण हो गए थे। दिल्ली जाने पर अड़े किसान और हरियाणा पुलिस व पैरामिलिट्री फोर्स के सुरक्षाकर्मी आमने-सामने आ गए। दोनों पक्षों में टकराव हुआ। इस दौरान सुरक्षाकर्मियों ने किसानों को खदेड़ने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। साथ ही रबड़-प्लास्टिक की गोलियां चलाईं।
जहां इसी बीच युवा किसान शुभकरण सिंह के सिर में गहरी चोट आई और उसकी मौत हो गई। हालांकि, शुभकरण सिंह को इलाज के लिए आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया था। लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। शुभकरण बठिंडा के बल्लो गांव का रहने वाला था और ढाई एकड़ जमीन का मालिक था।